उस हंसी के जैसा देखा चांद है! वो फ़लक पे आज निकला चाँद है! उस हंसी के जैसा देखा चांद है! वो फ़लक पे आज निकला चाँद है!
बारिश की पहली बूंदो को, तुम हथेली में छुपा लेना. बारिश की पहली बूंदो को, तुम हथेली में छुपा लेना.
मरीज़ ए इश्क़ हाजत ए मर्ज़ ए दवा आह ये दर्द ए शिद्दत हाय हाव ओ हु. मरीज़ ए इश्क़ हाजत ए मर्ज़ ए दवा आह ये दर्द ए शिद्दत हाय हाव ओ हु.
तिखी बातोसें आगबबुला हो जाती हू मै मगर अपने है यही सोचके माफ कर देती हू मै तिखी बातोसें आगबबुला हो जाती हू मै मगर अपने है यही सोचके माफ कर देती हू मै
पूरा दिन ऑनलाइन पढो फिर रात को होम वर्क करो. पूरा दिन ऑनलाइन पढो फिर रात को होम वर्क करो.
अदावतें तो बहुत देखी राह-ए-ज़िन्दगी में मगर, खामोशियों से यूँ कभी किसी ने सताया ना था। अदावतें तो बहुत देखी राह-ए-ज़िन्दगी में मगर, खामोशियों से यूँ कभी किसी ने सताया ...